Aaj ka vichar:- उड़ते परिंदों का संदेश
“आज कैद तो कल उड़ा है उड़ते परिंदों ने हर दफा
यही कहा है कि
वक्त पलटते और जिंदगी बदलते देर नहीं लगती।”
व्याख्या :-
जीवन की सीख हम किसी से भी ले सकते है बस हमारी सच्ची चाह होनी चाहिए। एक उडता हुआ परिंदा भी हमे सन्देश देता है। की जीवन का रूप हरपाल बदलता है बस हमे मुश्किल घड़ियों में घबराना नहीं चाहिए। सुख दुःख केबल समय का फेरा है। थॉट
एक परिंदा कैद में होकर भी आसमान की तरफ देखना नहीं भूलता और कैद में होकर भी वो हमेशा खुद को आसमान में उड़ता हुआ सोचता है। और उसकी सच्ची चाह पूरी हो जाती है कोई अंजान मुसाफिर आकर उसे कैद से आज़ाद आकर देता है। और वो उड़ जाता है इसलिए ”
“Aaj kaid mei to kal udaa hai udte parindo ne har dafa yahi kaha hai ki waqt palate aur zindgi badlte der nahi lagti .”
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