पुरुषोतम मास माहात्म्य/अधिक मास माहात्म्य अध्याय – 6
नारदजी बोले– भगवान् गोलोक में जाकर क्या करते हैं ? हे पापरहित! मुझ श्रोता के ऊपर कृपा करके कहिये ॥ १
नारदजी बोले– भगवान् गोलोक में जाकर क्या करते हैं ? हे पापरहित! मुझ श्रोता के ऊपर कृपा करके कहिये ॥ १
adhik mas:- मल मास द्वारा अपने मर जाने की प्रार्थना भगवन श्री हरि को करना
देवऋषि नारद
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अधिक मास माहात्म्य, चतुर्थ अध्याय, मल मास का बैकुठ में जाना और भगवान श्री हरि को अपनी व्यथा
अधिक मास माहात्म्य, तृतीय अध्याय, मल मास का बैकुठ में जाना सूतजी के श्री मुख से पवन कथा सुनते हुए
सूतजी बोले– राजा परीक्षित के पहुंचने पर भगवान शुकदेवजी द्वारा कथित पुण्यप्रद श्रीमद् भागवत कथा,
जय श्री राधे कृष्णा ! पुरुषोतम मास माहात्म्य/अधिक मास माहात्म्य(Adhik mas) श्रद्धा पूर्वक पढ़ते
In Indian Santana culture, Adhik month(Purushottam month) has very special importance. The running
प्यार भरा राधा कृष्ण प्रेम संवाद:- श्री राधे श्री कृष्ण की साक्षात् ह्रदय है। और राधा -कृष्ण का
हिंदी साहित्य का एक श्रेष्ठ युग जिसमे सभी हिंदी साहित्य के श्रेष्ठ कवि औरउनकी उत्तम रचनाएं इस युग
सनातन संस्कृति :- में अधिक मास का बहुत ही खास महत्व होता है। हिंदी महीने में हर तीन वर्षों में एक