युगलकिशोराष्टक (Yugal Kishor Ashtakam )
श्रीरूपगोस्वामीजी श्रीचैतन्य महाप्रभुजी के प्रधान अनुयायी व गौडीय वैष्णव सम्प्रदाय के प्रकाण्ड
श्रीरूपगोस्वामीजी श्रीचैतन्य महाप्रभुजी के प्रधान अनुयायी व गौडीय वैष्णव सम्प्रदाय के प्रकाण्ड
श्रीनारायण उवाच राधा रासेश्वरी रासवासिनी रसिकेश्वरी । कृष्णाप्राणाधिका कृष्णप्रिया
भगवान श्री विष्णु को करोड़ो नामों(lord vishnu) से जाना जाता है, और ये हम सभी जानते है जिनमें हरि और
भारत की संस्कृति विश्व भर पे प्रसिद्द है। और यहाँ जो भी त्योहार भारतीय मानते है उसके पीछे आध्यात्मिक
मलयाली पंचांग के अनुसार, कोलावर्षम (Kollavarsham) के पहले महीने छिंगम (Chingam) में ओणम उत्सव मनाया
कहते है श्री कृष्णा के वाम भाग से राधिका जी का प्राकट्य हुआ। उन्हें प्रेम की देवी भी कहते है क्युकी
नमस्ते परमेशानि रासमण्डलवासिनी।रासेश्वरि नमस्तेऽस्तु कृष्ण प्राणाधिकप्रिये।। रासमण्डल में निवास
radha ashtami wishes अगर हमने श्री राधा जी के श्री कृष्ण के प्रति समर्पण को जान लिया,तो समझ लेना
जो प्रेम ही देते है ,प्रेम ही लेते है, प्रेम में ही सोते है। प्रेम में ही जागते है , प्रेम से ही
श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2023 (Shri Krishna janmashtami) जन्माष्टमी (वैष्णव, गौड़ीय, iskcon),
<br