पवित्र श्री वासवी कन्याका परमेश्वरी मंदिर (penugonda kanyaka parameswari temple) जिसका उल्लेख विभिन्न प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। एक किंवदंती के अनुसार, वासवी कन्याका परत्नेश्वरी अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध थी। त्रिगुण देवताओं को पवित्र करने वाला पवित्र मंदिर- श्री नागेश्वरस्वामी, माँ कन्याकपरमेश्वरी और महिषासुरमर्दिनी। मंदिर का निर्माण विशाल वास्तु के अनुसार किया गया है
दक्षिण भारत कई मंदिरों का खजाना घर है, उनमें से आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के एक शहर पेनुगोंडा में स्थित श्री वासवी कन्याका परमेश्वरी मंदिर है। मंदिर एक सुंदर वास्तुकला के साथ एक आकर्षक बहुरंगी (गली गोपुरम) सात मंजिला टॉवर है। इस पेनुगोंडा क्षेतराम को ‘वैश्यों का काशी’ माना जाता है और यह वैश्यों के लिए एक पवित्र स्थान है।’
वासवी देवी का जन्म(Birth of Vasavi Devi):-
वसंत के मौसम के दौरान, हर जगह खुशी थी। इस सुंदरता के बीच, कुसुमम्बा ने जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया, एक पुरुष ने शुक्रवार को उत्तरा नक्षत्रम और कन्या (कन्या) के अभिसरण के दौरान वैसाका (तेलुगु माह) के दसवें दिन एक महिला को जन्म दिया। पुरुष बच्चे का नाम विरुपाक्ष, और कन्या वासवम्बा था। बचपन में, विरुपाक्ष ने एक शक्तिशाली राजा बनने की विशेषताएं दिखाईं, जबकि वासवी में, कला और वास्तुकला के प्रति झुकाव, आराधना संगीत और दार्शनिक दृष्टिकोण देखा गया।’
penugonda kanyaka parameswari temple timings:-
Morning: 6:00 AM to 12:00 Noon Evening: 3:30 PM to 8:00 PM