कहते है श्री मनन धाम(Manan Dham) बहुत ही शांति भरा दिव्या स्थान है। मनन का अर्थ सोचना-विचार करना होता है। एक ऐसा धाम जहाँ आपका मन शांति की अवस्था में चला जाता है और जीवन की गहराइयों को ईश्वरी शक्ति के साथ नहीं दिशा मिलती है। मनन धाम श्री वैष्णो देवा माँ जी की प्रेरणा से बना है। श्री मनन धाम(Manan Dham) शास्त्र के अनुसार बहुत ही सही वास्तुकला से बना मन्दिर है। कुछ लोग इसे शंख वाला मन्दिर के नाम से भी पुकारते है। इस की भव्यता इसी से पता चलती है कि यहाँ सनातन धर्म के हर देवी देवता यहाँ स्थापित है।
स्थान-(Location):– ,ग़ाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश
क्यों प्रसिद्ध है:- शंख वाला मन्दिरमन्दिर का शिलान्यास:- 31 जनवरी 1992शंख का अनावरण : भूतपूर्व उपराष्ट्रपति महामहिम श्री भैरो सिंह शेखावत ने 20 जनवरी 2003
बारिश की बूदे शिवलिग का अभिषेक करती है।:-
शिव मन्दिर के शीर्ष पर 31 फुट ऊँचा शंख बडे बडे वास्तुकारो और इंजीनियर को हैरत मे डाल देता है। और ये देखने में बहुत भव्य लगता है। जिसकी भूमीतल से कुल ऊँचाई 108 फुट है शंख के नीचे की संरचना अष्टकोण मे है। सबसे अद्भुत बात तो ये यही की वर्षा होने पर शंख पर गिरी बारिश की बूदे शिवलिग का अभिषेक करती है।
5 मंदिर एक ही स्थान पर :-
श्री मनन धाम में आपको 5 दिव्य मंदिरो के दर्शन एक साथ होंगे। जो की अपने आप में आध्यात्मिक शांति का संगम है।
श्री राधा कृष्ण मंदिर
श्री राम मंदिर व शिव मंदिर
माँ वैष्णों देवी दरबार
नवग्रह मंदिर
शिव शक्ति मंदिर
श्री राधा कृष्ण मंदिर:
मंदिर में प्रवेश करते ही सबसे पहले आपको युगल सरकार(राधा-कृष्ण ) के दर्शन होंगे। सामने श्री राधा कृष्ण मंदिर है। कुछ सीढ़ियों को चढ़ कर आप दर्शन प्राप्त कर सकते है। सबसे खास बात जब आप सीढ़ियों पे चढ़ेंगे आपको दिव्य कादम्ब का पेड़ दिखेगा जो आपको वृन्दावन की अनुभूति करता है। अंदर पहुँचते ही श्री राधा कृष्ण के दर्शन करके वृन्दावन में बांके बिहारी मंदिर में होने का एहसास होता है। साथ ही बाल गोपाल लडू गोपाल के दर्शन भी होंगे। मंदिर में दोनों तरफ श्री लक्ष्मी नारायण के साथ साथ दशावतार के भी दर्शन होते है जो अपने आप में अद्वितीय है।
श्री राम मंदिर व शिव मंदिर:-
थोड़ी दूर चलने पर श्री राधा कृष्ण मंदिर से निकलते ही आपको श्री राम मंदिर के दर्शन होंगे। कहते है जहाँ राम दरबार है वंहा शिव परिवार भी विराजमान है। इनके अलौकिक स्वरुप के दर्शन करते ही श्रद्धालु भाव विभोर हो जाता है। और आत्मा तृप्त हो जाती है। इसी मंदिर में ग्यारह रूद्र के स्वरुप भी स्थापित है जो भारत में बहुत कम स्थानों पर है।
माँ वैष्णों देवी दरबार:-
अब थोड़ी दूर चल कर पहुंचते है श्री मननधाम के मुख्य मंदिर माँ पिंडिराणी के दरबार में। यहाँ पर माँ सरस्वती , माँ काली व माँ लक्ष्मी के स्वरुप पिंडी रूप में विराजमान है जो हिमअचल में माँ ज्वाला देवी जी के धाम से लाकर जम्मू के श्री वैष्णों देवी मंदिर से प्रतिष्टित हो कर आए हैं। इसलिए इस दरबार में माथा टेकने से माँ वैष्णों देवी की यात्रा का पूरा फल मिलता है। इस दरबार की अंदरूनी दीवारों पर पूरा काम चांदी से हुआ है। श्री वैष्णों माँ के दर्शन करने के बाद पूज्य माता राम प्यारी जी व शिरडी के साईं बाबा के साथ साथ गुरु नानक देव जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवग्रह मंदिर :-
श्री मननधाम मंदिर परिसर में ही नवग्रह मंदिर है जहाँ नौ ग्रहों के अलग अलग स्वरुप के दर्शन किये जा सकते है। साथ में ही हवन यज्ञशाला है जिसका निर्माण शास्त्रीय विधि में हुआ है।
शिव शक्ति मंदिर:-
श्री राम एवं शिव परिवार के दर्शन करके हम शिव शक्त्ति मंदिर के द्वार पर पहुँच जाते है। मंदिर के तल में शिवालय स्थापित है। इसके ऊपरी तल पर शक्त्ति मंदिर व गायत्री मंदिर निर्माणधीन है।
दर्शन समय:-
प्रातः 5:00 AM – रात्रि 9:00 PM तक
त्यौहार:-
यहाँ पे कुछ प्रसिद्ध त्यौहार मनाये जाते है जिनमे नवरात्री, शिवरात्रि, जन्माष्टमी, राम नवमी, सीता नवमी, होली, हनुमान जयंती, गुरु पूर्णिमा है .
मनन धाम की कुछ विशेषताय :-
पास के श्री ऋषभ आंचल जैन मंदिर से शंख दृश्य बहुत ही अद्भुत दीखता है।
श्री नवग्रह धान यज्ञशाला के पास में है। जिसका दृश्य आपको अपनी तरफ खीचेगा।
यज्ञशाला आधुनिक और पुरानी वास्तुकला से बना है। जिसमें पास में आम का भी पेड़ है।
श्री माँ वैष्णो देवी के दरबार की और जाने के लिए एक बहुत लम्बा गैलरी बना है जिसकी खूबसूरती देखने लायक होती है।
दशावतार भगवान विष्णु के साथ श्री राधा कृष्ण मंदिर।
मंदिरों और माता की रसोई से घिरे एक केंद्रीय ग्रीन पार्क जिसमे फब्वारा लगा है।
माँ वैष्णो धाम से और दूसरा गुरु माता धाम पे दो शीर्ष(ध्वजा) शिखर है।