वास्तविक संसार
संसार की वास्तविकता :-
संसार की यात्रा बहुत लम्बी होती है। और वास्तविक-संसार(real world) मन से परे है। कुछ लोग इस यात्रा को ही अन्तिम सत्य मान लेते हैं और हमेशा चीजों को खरीदने और बेचने में व्यस्त रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए संसार में प्राप्त शरीर और शरीर सुख ही उनके जीवन का लक्ष्य होता है। ऐसे लोगों के लिए संसार ही सत्य है, संसार की सुख सुविधाएं सत्य हैं, संसार के पद और प्रतिष्ठा सत्य हैं। ऐसे लोग अज्ञानी होते हैं। संसार को ही वास्तविक मानना उनकी अज्ञानता हैै। ज्ञान तो संसार की वास्तविकता को समझने में है।
वास्तविक-संसार मन से परे है।
Real World is Beyond the Mind.
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